
बरेली : आला हजरत खानदान की बहू निदा खान भाजपा में शामिल हो गई। शरियत इस्लाम को मिटाने की कोशिश करने वाली निदा बाबरी और गुजरात के क़ातिलों की टोली मे शामिल हो गई है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर सदस्यता दिलाई। दरअसल निदा की अपने ससुराल और पति से ना पटने और ससुराल छोड़कर चले जाने के बाद निदा शरियत मिटाने की कोशिश में लगी इस्लाम दुश्मन लॉबी की मददगार बनी रही हैं। मोदी लॉबी के तीन तलाक कानून लादे जाने पर निदा ने शरियत के दुश्मनों का समर्थन किया था। निदा की शादी इत्तेहाद-ए-मिल्लत कॉउंसिल के प्रमुख तौकीर रजा खां के भाई के बेटे शीरान रज़ा खां के साथ हुई थी। मगर शरई दायरों की पाबन्दी में ना रहने के चलते तलाक हो गया। अदालत में मामला चल रहा है। निदा ने अपने पूर्व शौहर शीरान रज़ा खान को नीचा दिखाने के लिए इस्लामी शरियत के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल रखा है। कुछ लोगों को निदा के भाजपा में शामिल होने से बरेली की सियासी समीकरण बदलने की उम्मीद है। जबकि ज़मीनी स्तर पर ऐसा कुछ नज़र नहीं आ रहा है। पहले मिल रही थी लालबत्ती इस्लाम की दुश्मनी करने पर योगी सरकार निदा को पहले लाल बत्ती देने की तैयारी में थी। इसको लेकर सब कुछ फाइनल हो चुका था। मगर इसके साईड इफैक्ट की भनक लगने पर निदा खान को लाल बत्ती नहीं मिल पाई। माना जा रहा है कि जल्दी ही निदा भी वसीम रिज़वी की राह पर चल सकती है।